अपनी गलती स्वीकार करना सीखें। अपनी गलती स्वीकार करने वाले लोग ज्यादा सफल होते हैं। हमारी समस्या यह है कि हम गलतियां तो करते है, लेकिन दुख की बात यह है कि हममें से अधिकतर लोग अपनी गलतियों से सबक नहीं लेते। इसलिए हमारी जिंदगी वैसी ही चलती रहती है जैसे चल रही थी।
दुनिया में ऐसा कोई इंसान नहीं है जो गलतियां न करता हो। इसलिए गलती करना कोई बुरी बात नहीं है, बल्कि गलती से सबक न लेना जरूर बुरा है। इसी कारण हम जीवन में कोई बड़ा मुकाम हासिल नहीं कर पाते हैं। कई बार समय रहते हमें अपनी गलती का पता नहीं चलता और जब तक पता चलता है, तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। बहुत बार तो ऐसा भी होता है कि हमें अपनी गलती का अहसास हो जाता है, लेकिन जानबूझकर हम अपनी गलती को दूसरों पर थोपने की पूरी कोशिश करते हैं और अपनी गलती स्वीकार नहीं करते और एक और गलती कर बैठते हैं। ये छोटी-छोटी आदतें हमें सफलता से दूर ले जाती है।
दरअसल जब हम अपनी गलती स्वीकार करते हैं तो इसका अर्थ होता है कि हम जाने-अनजाने में किए गए गलत काम को स्वयं भी गलत मान रहे हैं। इससे हम खुद को मानसिक रूप से स्वतंत्र महसूस करते हैं और लोगों की नजरों में हमारा सम्मान भी बढ़ जाता है। जब आप दिल से अपनी गलती को स्वीकार करते हैं तो दोबारा वह गलती होने की संभावना कम हो जाती है। हम दोबारा तभी गलती करते हैं जब हम पहली गलती को स्वीकार नहीं करते या उसके बारे में सोचते नहीं हैं।
तो आइए हम सब अपनी गलतियों को स्वीकार करें और उससे सबक लें। हमारी मंजिल, हमारी सफलता हमारा इंतजार कर रही है।
:~ Saumya Raj
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